INVESTMENT & CHITFUND UNDER RAID IN MP
स्र46नगर संवाददाता & ग्वालियर
प्रशासन व पुलिस की संयुक्त टीम ने सोमवार को शहर में चल रही दो दर्जन से अधिक चिटफंड कंपनियों के कार्यालयों पर छापे मारकर बड़ी संख्या में रिकार्ड जब्त किए। इन कंपनियों को कारोबार से संबंधित सभी अन्य रिकार्ड दो दिन में पेश करने को कहा गया है।
कलेक्टर आकाश त्रिपाठी एवं पुलिस अधीक्षक मकरंद देउस्कर ने दोपहर में बैठक कर चिटफंड कंपनियों पर छापे मारने की कार्रवाई को अंतिम रूप दिया। छापे के लिए आठ दल गठित कर इन्हें रवाना कर दिया गया। इससे पहले कलेक्टर ने एसपी तथा पुलिस महानिरीक्षक को पत्र भेजकर चिटफंड कंपनियों पर पुलिस जांच सुस्त होने के प्रति ध्यान दिलाया था। वहीं प्रारंभिक जांच के बाद कलेक्टर ने 31 चिटफंड (गैर बैंकिंग) कंपनियों की सूची चार माह पहले पुलिस अधीक्षक के पास भेजी थी लेकिन पुलिस 11 कंपनियों के प्रकरण ही न्यायालय में प्रस्तुत कर सकी है। चार कंपनियों को छोड़कर बाकी को नोटिस देने की प्रक्रिया चल रही है।
इन कंपनियों पर मारे छापे
बीएनपी रियल स्टेट एंड एलाइड लि., सार्इं प्रसाद प्रॉपर्टीज जिंसीनाला-2 अशोका पैलेस के पास, कमाल इंडिया रियल स्टेट मानिक विकास कॉलोनी, स्काईलार्क लैंड डवलपर्स एंड इंफ्रा गंगा कॉम्प्लेक्स मालरोड मुरार, सार्इं प्रसाद फूड्स इंडिया लि. जिंसीनाला-3 जनक हॉस्पिटल के सामने, सन इंडिया रियलस्टेट एंड अलाइड लि. सिटी सेंटर, मधुर टूरिज्म एंड मर्केंटाइल प्रा. लि. मानिक विलास कॉलोनी, जीवन सुरभि डेयरी एंड एलाइड लिमिटेड प्रीतम विहार कॉलोनी, जेएसवी इंडिया प्राइवेट लि. मानिक विलास कॉलोनी, जीसीए मार्केंटिंग लिमिटेड जगन्नाथ मार्कट पड़ाव, पीएसीएल शिंदे की छावनी, जीएन लैंड डवलपर्स शिंदे की छावनी, केबीसीएल फूलबाग गुरुद्वारा के पास, किम फ्यूचरविजन राजीव प्लाजा जयेंद्रगंज, परिवार डेयरी गणेश प्लाजा गोला का मंदिर, प्रवचन डेयरी एंड एलाइड लि. रजनीगंधा कॉम्प्लेक्स गोले का मंदिर।१. मुरार स्थित स्काईलार्क लैंड डवलपर्स एंड इंफ्रा कंपनी पर छापामार कार्रवाई करती पुलिस।
२. गोला का मंदिर स्थित परिवार डेयरी फाइनेंस कंपनी के दफ्तर से छापामार कार्रवाई कर रिकार्ड जब्त किया गया है।
३. मानिक विलास कॉलोनी स्थित जेएसवी इंडिया प्राइवेट लिफाइनेंस कंपनी पर कार्रवाई करती पुलिस।
धमका रहे कंपनी संचालक : जमा धन की वापसी की मांग पर आधा दर्जन चिटफंड कंपनियां आवेदकों को धमका रही हैं। इस तरह की शिकायतें पिछले दिनों पुलिस व प्रशासन के पास पहुंची हैं। शिकायत में पैसा मांगने पर मारपीट का भी उल्लेख है। छापा मारने गए दलों में शामिल एक अधिकारी ने बताया कि स्काईलार्ज लैंड डवलपर्स एग्रीमेंट इस तरह का काम करती थी। साईं प्रसाद प्रापर्टीज के रिकार्ड से पता चलता है कि इसने चार साल में ग्वालियर में आमजन से 11 करोड़ रुपये बटोरे।
ये कंपनियां हो गई लापता: आरबीएन कंपनी ललितपुर कालोनी, एमकेडी डवलपर्स शिंदे की छावनी, रामा टावर शिंदे की छावनी व रॉयल सन इंडिया डवलपर्स भगवान कालोनी मुरार।
ये दिए हैं निर्देश : कंपनियों के खिलाफ चल रही जांच तत्काल पूरी की जाए। बिना पंजीयन कारोबार पर 420 का प्रकरण दर्ज हो। कारोबार की सूचना मिलने पर जांच तुरंत की जाए।
क्या कहता है अधिनियम : आबीआई अधिनियम 1934 की धारा 45-1 (ए) के अनुसार कोई भी गैर बैंकिंग कंपनी बिना रिजर्व बैंक पंजीयन के जनता से धन स्वीकार नहीं कर सकती है। प्रदेश में कंपनियों के खिलाफ मध्यप्रदेश निक्षेपकों के हितों का संरक्षण अधिनियम 2000 बनाकर कार्रवाई का अधिकार एसपी,अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक स्तर के अधिकारी को दिए हैं।